क्रिकेट नहीं इंजीनियरिंग था पहला प्यार, जानिए अक्षर पटेल की पूरी कहानी

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कहते हैं अगर मुकद्दर में चमकना लिखा हो तो फिर जिंदगी में कितनी भी मुश्किलें क्यूँ न आए, सफलता आपके कदमों में आते देर नहीं लगती.. वैसे तो भारत में हर दूसरे बच्चे को एक Cricketer बनने का शौक होता है पर जिसे शुरू से यह profession पसंद न हो बावजूद इसके वह क्रिकेट की दुनिया में star और मैच विनर के रूप में अपनी पहचान कायम करने में सफल हो जाए तो यकीनन उस इंसान की कहानी मजेदार जरूर रही होगी… यह कहानी किसी और की नहीं ब्लकि यह कहानी है टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर सामने आए गुजरात के ऑल राउंडर अक्षर पटेल की… कैसे बचपन में mechanical इंजीनियर का ख्वाब देखने वाले अक्सर की life ने लिया u turn और वह बन गए क्रिकेट जगत के एक star all राउंडर…. यह कहानी है एक खिलाड़ी के सफल होने की..तो चलिए jante हैं अक्सर की अबतक की journey कैसी रही है..

अक्सर पटेल का जन्म 20 फरवरी 1994 को गुजरात के नाडियाड गांव में हुआ था.. इनके पिता का नाम राजेश भाई पटेल और माता का नाम प्रीति बेन पटेल है.. उन्होंने धर्मसिंह देसाई विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, हालांकि उन्होंने इंजीनियरिंग पूरी किए बिना ही कॉलेज छोड़ दिया था… आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अक्सर कभी भी क्रिकेटर नहीं बनना चाहते थे, बल्कि उन्हें एक मैकेनिकल इंजीनियर बनना था, लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था.. दरअसल अक्सर बचपन में काफी दुबले हुआ करते थे.. ऐसे में अपना शरीर मजबूत करने के लिए वह जिम जाया करते थे पर उन्हें वहां कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता था… और यहीं पर खुद को फिट रखने के लिए उन्होंने एक अन्य उपाय खोजते हुए क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था… और फिर धीरे धीरे अक्सर के अंदर क्रिकेट को लेकर दिलचस्पी बढ़ती गई

 

अक्सर के माता-पिता ने स्‍कूल में अच्‍छी रैंक में होने के बावजूद अपने बेटे को क्रिकेट में जाने का मौका दिया.. अक्षर के पिता चाहते थे कि उनका बेटा इंजीनियर बने लेकिन खेडा जिला क्रिकेट के सचिव संजय भाई पटेल ने उनके पिता को अक्सर के किकेट पर ध्‍यान देने के लिए तैयार किया… संजयभाई पटेल के मनाने के बाद अक्षर के माता-पिता भी अपने बेटे की पढाई से ज्‍यादा क्रिकेट को प्राथमिकता देने लगे ..

अक्सर ने 14 साल की उम्र में संजय भाई पटेल से क्रिकेट की ट्रेनिंग लेना शुरू किया.. हालांकि शुरूआत मे ट्रेनिंग लेकर अक्षर पटेल जूनियर स्‍तर पर एक लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज थे लेकिन जब उनकी टीम जीत के करीब पहूँच जाती थी तब वे मजे लेने के लिए लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी भी कराया करते थे.. वह कदकाठी से दूबले थे और उम्र के लिहाज से लंबे इसलिए उन्‍हें स्पिन पर भी विकेट मिलने लगे थे…

Aur fir संजय भाई पटेल ने अक्षर को एक स्पिन गेंदबाज बनाने में शुरूआती कोच के रूप में एक बडी जिम्‍मेदारी निभाई.. बाद में उन्‍हें कई कोच मिले जिन्‍होने उनकी गेंदबाजी को सुधारा और निखारने का काम किया..

साल 2012 में अक्षर पटेल को रणजी ट्रॉफी के लिए गुजरात टीम में शामिल किया गया और फिर उसी साल
उन्होंने गुजरात की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में भी डेब्यू किया..अगले साल जब एसीसी इमर्जिंग टीम कप अंडर-23 टूर्नामेंट में भारत champion बना..तो टूर्नामेंट जिताने में अक्षर पटेल ने मुख्‍य भुमिका निभाई… उन्‍होंने 7 विकेट अपने नाम किए और भारत को खिताब दिलवाया

इसके अलावा साल 2013 -14 के रणजी ट्रॉफी सीजन में अक्षर पटेल ने गुजरात के लिए 46.12 की औसत से 369 रन बनाए थे और 29 विकेट भी झटके.. Usi season दिल्‍ली के खिलाफ खेलते हुए अक्षर ने 55 रन देकर 6 विकेट चटकाए और पहली बार घरेलू क्रिकेट में 5 विकेट हौल अपने नाम किया… उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल में पहले मुंबई इंडियंस ने साल 2013 में अक्षर पटेल को अपने खेमे में शामिल किया हालांकि पहले सीजन उन्हें एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन अगले सीजन पंजाब किंग्स ने बाएं हाथ के ऑफ स्पिनर को ना केवल टीम में शामिल किया बल्कि प्लेइंग इलेवन में भी उन्हें खेलने का मौका मिला और इस तरह अक्सर ने आईपीएल में भी डेब्यू कर लिया… और कई युवा खिलाड़ियों की तरह अक्षर पटेल को भी आईपीएल से एक अलग पहचान मिली.. अपने पहले ही सीजन में बाएं हाथ के इस स्पिनर ने 17 विकेट अपने नाम किए और तीन साल तक पंजाब के साथ बने रहें… इस दौरान 2016 के आईपीएल सीजन में गुजरात लायंस के खिलाफ एक मैच में 5 गेंदों में ही 4 विकेट लेकर उन्होंने एक नया ही रिकॉर्ड बना डाला… Fir 2018 के ipl season में दिल्ली कैपिटल्स ने इस धाकड़ ऑलराउंडर को अपनी टीम में शामिल कर लिया और तब से लेकर अब तक अक्षर पटेल एक बड़े खिलाड़ी बन चुके हैं… उन्होंने अब तक आईपीएल के 122 मुकाबलों में 101 विकेट झटके हैं और इस दौरान बल्ले से भी कई बार अपनी टीम को जीत दिलाई है.. हाल ही में ipl 2022 के पहले मुकाबले में जब उनकी टीम की हार तय लग रही थी वहां पर बाएं हाथ के इस स्टार ऑलराउंडर ने एक करिश्माई पारी खेलकर मुंबई इंडियंस जैसी दिग्गज टीम को भी चारो खाने चित कर दिया…

और अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अक्षर पटेल ने एक बड़ा करिश्मा कर दिखाया है.. आपको बता दें वेस्टइंडीज दौरे पर इस खिलाड़ी ने लगभग 4 साल बाद ओडीआई क्रिकेट में वापसी की है और दूसरे मुकाबले में एक ऐसी बाजी जो टीम इंडिया लगभग हार चुकी थी उसे अपनी धुआंधार पारी से पलट कर रख दिया.. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने केवल 35 गेंदों में 64 रनों की विस्फोटक पारी खेली, अंत तक नाबाद रहे और अपने करियर का सर्वाधिक स्कोर बनाकर भारत को लाइन क्रॉस कराया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने अंदर छुपी मैच winner को ekbar फिर sabke सामने साबित किया है.. आज अक्षर पटेल किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे हैं… साल 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ ही एक वनडे मुकाबले के साथ डेब्यू करने वाले अक्सर आज भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में जगह पक्की कर चुके हैं.. खास करके टेस्ट मैचों में भारतीय सरजमीं पर उनका प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा है… इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले अक्षर पटेल ने अपने शुरुआती छह टेस्ट मैचों में 39 wickets और 5 बार 5 विकेट हौल अपने नाम करके इतिहास भी रचा हुआ है…

इसके अलावा उनके नाम को लेकर भी एक रोचक कहानी छुपी हुई है.. अक्षर पटेल के नाम की स्पेलिंग शुरुआत में “अक्षर ” थी, लेकिन उनके स्कूल टीचर की गलती के कारण उनके स्कूल सर्टिफिकेट में इसे “अक्सर” लिख दिया गया और तब से वह इस नाम का इस्तेमाल करते आ रहे हैं… Aur यकीनन is नाम को आज हर क्रिकेट fan न केवल पहचानता है ब्लकि काफी हाई रेट भी करता है
वही 28 साल के स्टार ऑलराउंडर ने इसी साल अपनी चर्चित गर्लफ्रेंड meha के साथ सगाई कर ली है और कुछ ही महीनों में अब दिल्ली कैपिटल्स और भारत का यह स्टार ऑलराउंडर शादी के पवित्र बंधन में भी बंधने वाला है…

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