पूर्व भारतीय वर्ल्ड चैंपियन गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) कई बार अपने बोल्ड स्टेटमेंट की वजह से खबरों में बने रहते हैं. पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज ने कई बार भारतीय क्रिकेट को लेकर अपनी राय रखी है. लेकिन इस बार गौतम ने टीम इंडिया के दो बड़े स्तंभ यानी विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर एक ऐसा कमेंट किया है जिसने हर भारतीय फैंस का दिल जीता है.
दरअसल गौतम गंभीर के मुताबिक 2023 के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा और विराट कोहली का सबसे बड़ा रोल होगा. रोहित और विराट जैसे सीनियर खिलाड़ियों की उस टूर्नामेंट में सबसे बड़ी भूमिका होगी, वही बीसीसीआई और सिलेक्टरों को इनके साथ-साथ कुछ बेखौफ खिलाड़ियों को भी वर्ल्ड कप के लिए तराशने की जरूरत है.
गंभीर का मानना है कि इंडियन टीम के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और सबसे बड़े बल्लेबाज विराट कोहली साल के अंत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 2023 क्रिकेट वर्ल्ड कप में एक अहम किरदार निभाएंगे.
बता दे साल 2011 में जब टीम इंडिया ने आखिरी बार वर्ल्ड कप जीता विराट उस टीम का हिस्सा थे. हालांकि रोहित को उस टूर्नामेंट में जगह नहीं मिल पाई थी. लेकिन इसके पहले 2019 में हुए वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा भारतीय टीम के सबसे सफल बल्लेबाज थे. हीटमैन ने एक टूर्नामेंट में 5 शतक का बड़ा रिकॉर्ड भी बनाया था. बावजूद इसके रोहित भारत को वर्ल्ड कप जिताने में नाकाम हुए थे.
इस बार फिर से भारत की मेजबानी में 50 ओवर का वर्ल्ड कप होना है इसके लिए टीम इंडिया की तैयारी शुरू हो चुकी है. फिलहाल कोहली और रोहित दोनों भारत के श्रीलंका के खिलाफ गुवाहाटी में 10 जनवरी से शुरू होने वाली आगामी वनडे सीरीज के दौरान नजर आएंगे.
लेकिन इस सीरीज के पहले गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स का शो “रोड टू वर्ल्ड कप ग्लोरी” के दौरान कहा ‘सबसे पहले आपको ऐसे खिलाड़ियों को पहचानना होगा जो बेखौफ क्रिकेट खेलते हैं. पचास ओवरों के प्रारूप में आपको हर तरह के क्रिकेटर चाहिए. ऐसे खिलाड़ी भी जो पारी के सूत्रधार बन सकें.”
पूर्व वर्ल्ड चैंपियन ने अपने बयान में आगे कहा, “मेरा मानना है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी यह भूमिका बखूबी निभा सकते हैं. ये स्पिन को बखूबी खेल सकते हैं और आगामी वर्ल्ड कप में इनकी भूमिका अहम हो सकती है.”
क्रिकेट से राजनीति में आए गंभीर ने यह स्वीकारा है कि मौजूदा समय की क्रिकेट में काफी बदलाव हुआ है. गौतम के मुताबिक दोनों छोर से दो नई गेंद के होने से वनडे क्रिकेट का स्वरूप बदल गया है. इससे पहले उनके समय में सिर्फ एक नई गेंद होती थी लेकिन दो नई गेंद होने की वजह से अब पार्ट टाइम गेंदबाजों की भूमिका कम हुई है. इसके अलावा रिवर्स स्विंग भी अब कम ही देखने को मिलता है. और इसी वजह से अब के समय में ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो इन हालातों में शानदार खेल दिखा सके.