भारतीय क्रिकेट टीम के घातक तेज गेंदबाज दीपक चाहर 6 महीने बाद मैदान पर वापसी की .है अपनी वापसी के साथ ही उन्होंने यह दिखा दिया कि उन्हें नए गेंद का सबसे बेहतरीन गेंदबाज क्यों कहा जाता है . चाहर ने जिंबाब्वे के खिलाफ पहले मैच में खेलते हुए तीन अत्यंत महत्वपूर्ण सफलताएं प्राप्त की जिनके आधार पर दीपक चाहर को इस मैच के ” मैन ऑफ द मैच” अवार्ड से नवाजा गया…
भारत और जिंबाब्वे के बीच पहला वनडे मैच हरारे स्पोर्ट्स ग्राउंड पर खेला गया .भारतीय कप्तान केएलराहुल ने टॉस जीतकर जिंबाब्वे की टीम को बल्लेबाजी का न्योता दिया और भारतीय गेंदबाजों ने उनके इस फैसले को बिल्कुल सही साबित किया जिसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान दीपक चाहर ने दिया.
दीपक चाहर लगभग 6 महीने बाद टीम में वापसी कर रहे हैं और ऐसे में उन पर अपनी इस मैच में प्रदर्शन को लेकर बहुत अधिक दबाव था लेकिन उन्होने मैच में करिश्माई प्रदर्शन कर सभी को अचंभित कर दिया और भारत को एक बेहतरीन मुकाबले में जीत हासिल करने में अहम योगदान दिया.
दीपक चाहर ने इस मुकाबले में अपनी परफॉर्मेंस के बाद इंटरव्यू में कहा कि-” जब आप पूरे साढ़े 6 महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं तो आप पर दबाव बहुत अधिक होता है और ऐसे में दिमाग और शरीर भी ठीक से काम नहीं करता है. ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हो रहा था शुरुआती कुछ समय में मेरा शरीर और दिमाग ठीक सब ठीक तरह से काम नहीं कर रहे थे मुझे अपना पैर लैंड करने में भी दिक्कत हो रही थी लेकिन थोड़े समय के बाद यह सब ठीक हो जाएगा अब मैं ठीक हूं और मुझे कोई भी परेशानी नहीं है क्या मैच खेलने से पहले मैंने कम से कम पांच अभ्यास मैच खेले थे”.
भारत ने टॉस जीतकर इस मैच में गेंदबाजी का फैसला किया था और उनका यह फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ भारत की तरफ से गेंदबाजी करते हुए दीपक भारतीय टीम को छठे ओवर में पहली सफलता इनोसेंट काया के रूप में दिलाई
उसके बाद अपने अगले ओवर में उन्होंने Marumani को भी आउट kar जिंबाब्वे की टीम की कमर तोड़ कर रख दी जिंबाब्वे की टीम शुरुआती झटकों से उबर नहीं पाई और मात्र 189 रनों पर ऑल आउट हो gyi.भारत ने उप कप्तान शिखर धवन और शुभ्मन गिल ही विस्फोटक पारियों की मदद से मात्र 31 ओवर मे मैच हो अपने नाम कर लिया