IND VS BAN : भारत ने तोड़ा बांग्लादेश का घमंड,किशन के दम पर हासिल की वनडे इतिहास की दूसरी बड़ी जीत

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बांग्लादेश में सीरीज हार की बदनामी से बचने और इस दौरे पर अपना जीत का खाता खोलने के इरादे से टीम इंडिया ढाका से चटगांव पहुंची,, भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा चोट के चलते मुकाबले से बाहर हुए और केएल राहुल ने टीम की कमान संभाली लेकिन लगातार तीसरे मुकाबले में बांग्लादेशी कप्तान लिटन दास टॉस पर बॉस बने और इस बार बांग्लादेश ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया भारत की शुरुआत अच्छी नहीं हुई.

खराब फॉर्म में चल रहे गब्बर का बल्ला यहां भी खामोश ही रहा,. पूरे दौरे पर भारतीय टीम के नाक में दम कर के रखने वाले मेहंदी हसन मिराज ने ही शिखर को केवल 3 के निजी स्कोर पर बाहर भेज कर भारत को शुरुआती झटका दिया 15 के score पर टीम इंडिया को पहला झटका लगा,. तब शायद ही बांग्लादेशियों ने यह सोचा होगा कि यहां से उनका क्या हश्र होने जा रहा है.. तीन नंबर पर आए विराट कोहली का शुरुआत में ही बांग्लादेश के कप्तान लिटन दास ने एक लड्डू सा कैच टपकाया जिसके बाद कोहली ने वहां से पीछे मुड़कर नहीं देखा वही मिले हुए मौके पर चौका कैसे लगाया जाता है इसका नमूना चटगांव में ईशान किशन ने पेश किया. यहां से जो कुटाई बांग्लादेश के गेंदबाजों की शुरू हुई फिर अगले 30 ओवरों तक यह सिलसिला थमने का नाम नहीं लिया.

एक एंड से ईशान सिर्फ छक्कों में डील कर रहे थे तो दूसरे छोर से कोहली अपने विराट स्वरूप में najar आ रहे थे.. मेज़बानों के पास इन दोनों की मार का कोई जवाब नहीं था,, नजारा ऐसा बन गया था जैसे ईशान और विराट की जोड़ी बांग्लादेशी गेंदबाजों के साथ खेल नहीं खिलवाड़ कर रही हो.. देखते ही देखते ईशानदार किशन ने अपने वनडे करियर का पहला शतक ठोका तो उधर विराट ने अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम इंडिया की गाड़ी राजधानी की स्पीड से भी तेज दौड़ती नजर आई. लेकिन ईशान सिर्फ शतक से ही कहाँ संतुष्ट होने वाले थे. इस खिलाड़ी ने अगले 18 गेंदों में ही अर्धशतक जड़ दिया.

और यहां से और भी तेजी से रफ्तार पकड़ते हुए एक ऐसी ऐतिहासिक पारी खेल दी जिसने कई बड़े रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया.. 35 वें ओवर में इस खिलाड़ी ने 126 गेंदों में ही दोहरा शतक ठोका और इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम उम्र में ही दोहरा शतक लगाने का करिश्मा भी इस शानदार खिलाड़ी ने कर दिखाया. वहीं सचिन रोहित और सहवाग के बाद भारत के लिए दोहरा शतक लगाने वाले इशान किशन चौथे बल्लेबाज भी बन गए.

बाएं हाथ के स्पार्केट साइज डाइनेमो ने इस मुकाबले में 131 गेंदों में 24 चौके और 10 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 210 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली इसके अलावा विराट कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए ईशान किशन ने रिकॉर्ड 291 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम को ड्राइविंग सीट पर पहुंचाया.. ईशान के पराक्रम से बांग्लादेश ने अभी निजात पाया ही था कि इसके बाद अचानक से विराट कोहली ने गियर बदला और एंकर मोड से स्विच करते हुए king कोहली ने अपना रौद्र रूप अपना लिया और इसके बाद गेंदबाजों पर ऐसा हमला बोला कि बांग्लादेशी विराट के सामने घुटने टेकते हुए नजर आए.

और फिर आया इस मुकाबले में वह लम्हा जिसका तमाम विराट कोहली के फैंस को बेसब्री से इंतजार था, 39वे ओवर में इबादत हुसैन की चौथी गेंद को स्टैंड में पहुंचा कर किंग कोहली ने आखिरकार लगभग 1185 दिनों के इंतजार को खत्म किया और वनडे क्रिकेट में 44वां शतक जड़ा इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 72 शतकों का रिकॉर्ड बना कर ऑस्ट्रेलिया के लीजेंड रिकी पोंटिंग को भी पीछे छोड़ दिया हालांकि इस दौरान श्रेयस अय्यर और केएल राहुल सस्ते में आउट हुए लेकिन विराट कोहली ने 91 गेंदों में 11 चौके और दो छक्कों की मदद से शानदार 113 रन बनाए इसके बाद अंतिम कुछ ओवरों में वॉशिंगटन सुंदर ने ताबड़तोड़ 27 गेंदों में 37 और अक्षर पटेल ने 17 गेंदों में 20 रन ठोके जिसके बदौलत भारत ने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 409 रनों का पहाड़ जैसा score खड़ा कर दिया…. बांग्लादेश के लिए शाकिब, इबादत और वापसी पर तस्कीन अहमद ने दो-दो विकेट झटके जबकि मेहंदी और मुस्तफ़िज़ूर को एक-एक विकेट मिला.

410 का पहाड़ चढ़ने के लिए बांग्लादेश को पहली गेंद से ही कड़े प्रहार की दरकार थी. पहले 4 ओवरों में अनामुल और कप्तान लिटन दास ने ताबड़तोड़ शुरुआत करने का प्रयास किया लेकिन अक्षर पटेल ने आते ही पहले ओवर में अनामुल को चलता कर भारत को पहली कामयाबी दिलाई और इसके बाद मोहम्मद सिराज ने विपक्षी कप्तान को पवेलियन भेजकर टीम इंडिया की जीत बहुत पहले ही सुनिश्चित कर दी हालांकि यहां से शाकिब ने भरसक प्रयास किया लेकिन इतने विशाल लक्ष्य को हासिल करने के लिए जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के साथ बड़ा स्कोर खड़ा करने की चुनौती बांग्लादेश के सामने थी उस चुनौती को पार करने के चक्कर में बांग्लादेश की पारी धीरे-धीरे ताश के पत्तों की तरह बिखर गई.

अनामुल को बाहर भेजने के बाद अक्सर ने सीधी गेंद पर मुशफिकुर के stumps बिखेर दिए,, तो वही उमरान मलिक की रफ्तार ने यासिर अली को हैरान कर दिया और फिर इस दौरे पर पहला मुकाबला खेल रहे कुलदीप यादव ने जैसे ही शाकिब की पारी 43 पर समेटा.. मेज़बानों की रही सही उम्मीद भी वही खत्म हो गई.. जहां सब आकर विकेट पर अपने हाथ साफ कर रहे थे,. तो वहां वाशिंगटन सुंदर कैसे पीछे रह जाते.. वॉशि ने भी महमुदुल्लाह को चलता कर विकेट कॉलम में अपना नाम भी दर्ज करवाया.

143 पर ही बांग्लादेश के 6 विकेट गिरने के बाद मुकाबले में औपचारिकता बाकी रह गई यहां से लॉर्ड शार्दुल ठाकुर ने आकर पहले आफिफ हुसैन और इसके बाद इस पूरे दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के गले का नासूर बन चुके मेहंदी हसन मीराज को आखिरकार पहली मर्तबा टीम इंडिया पवेलियन भेजने में कामयाब हुई, लॉर्ड ठाकुर ने ही mehdi को भी बाहर का रास्ता दिखाया और फिर इबादत के रूप में पलक झपकते अपनी तीसरी कामयाबी भी हासिल कर ली.

हालांकि 149 पर 9 आउट करने के बाद उस आखरी वार के लिए भारत को थोड़ा इंतजार करना पड़ा, तस्कीन और मुस्तफिजुर ने आखिर में कुछ बड़े शॉट लगाकर बल्लेबाजी का मजा जरूर उठाया लेकिन यह बस हार को थोड़ी देर के लिए टालने भर की बात थी… अंततः umran मलिक ने आकर मुस्तफिजुर रहमान के डंडे उड़ाए और ताबूत में आखिरी कील भी ठोका, जिसके चलते टीम इंडिया ने बांग्लादेश की पारी को 182 रनों पर समेट कर मुकाबले को एकतरफा अंदाज में 227 रनों के अंतर से अपने नाम कर लिया और बांग्लादेश में क्लीन स्वीप के दाग से भी खुद को बचाने में कामयाबी हासिल कर ली है.

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