भारत और हांगकांग के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली जिसमें पहली पारी में सूर्य कुमार यादव और विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के पराक्रम से हांगकांग की गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा कर रख दी तो वहीं पर उपकप्तान केएल राहुल के साथ भारतीय गेंदबाजों की आक्रामक गेंदबाजी के दम पर भारतीय टीम ने इस रोमांचक मुकाबले को अंत में जाकर अपने नाम किया और सूर्य कुमार यादव ने तो पारी के आखिरी ओवर में युवराज सिंह के छक्कों के रिकॉर्ड को लगभग तोड़ कर रख दिया था . यह आखिरी ओवर गेंदबाज़ हरनूर कभी भी अपनी जिंदगी में नहीं भूलने वाले हैं…
इस मुकाबले में हांगकांग के कप्तान निज़ाकत खान ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि यह फैसला उन्हें जीवन भर सताने वाला है .भारत की तरफ से बल्लेबाजी की शुरुआत कप्तान रोहित शर्मा ने उप कप्तान केएल राहुल के साथ की.
कप्तान की तेजतर्रार पारी –
कप्तान रोहित शर्मा ने आते ही मात्र अपनी तीसरी गेंद पर आगे निकलकर तेज गेंदबाज आयुष शुक्ला की गेंद पर गगनचुंबी छक्का जड़कर गेंदबाज के पसीने छुड़ा दिए थे .रोहित शर्मा आज बेहद आक्रामक नजर आ रहे थे उन्होंने अगले ओवर में एक बार फिर कट शॉट से चौका लगाकर अपने तेवर हांगकांग की गेंदबाजों को शुरू कर दिए थे लेकिन रोहित शर्मा की पारी ज्यादा लंबी नहीं चल सकी और वह मात्र 21 रन बनाकर आयुष शुक्ला का शिकार हो गए .
उनके आउट होने के बाद किग कोहली मैदान पर आते हैं और आते ही विराट कोहली राहुल के साथ भारतीय पारी को बेहद ही आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाना शुरू कर देते .राहुल ने हांगकांग के स्पिन गेंदबाज गजनफर को आगे बढ़ कर ऐसा छक्का लगाया जिसने भारतीय दर्शकों में जोश की लहर दौड़ा दी इस मुकाबले में दोनों बल्लेबाज चौको से ज्यादा छक्कों पर फोकस कर रहे थे विराट कोहली ने आते ही गेंदबाज गजनफर को टारगेट करना शुरू कर दिया था और उन्होंने उनके इस ओवर की शुरूआत ही एक चौके से की इतना हीं नहीं उन्होंने उनके ओवर की चौथी गेंद पर एक तूफानी छक्का जड़कर हांगकांग के खेमे में तहलका मचा दिया था .
विराट कोहली , केएल राहुल बहुत ही संभलकर बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन केएल राहुल एक छक्का लगाने के चक्कर में गजनफर की फिरकी का शिकार हो गए .उन्होंने 39 गेंदों पर मात्र 36 रनों की पारी खेली .
सूर्यकुमार का कहर –
राहुल के बाहर जाने के बाद सूर्यकुमार यादव मैदान पर आते हैं और मैदान में आते ही अपना तहलका मचाना शुरू कर देते हैं उन्होंने मैदान में उतरते ही हर गेंद पर बाउंड्रीज की ऐसी झड़ी लगाई जिस ने हांगकांग के गेंदबाजों के छक्के छुड़ा कर रख दिया . सूर्य कुमार यादव ने ब्लैक स्क्रीन के ऊपर से एक ऐसा छक्का लगाया जिसमें स्टेडियम से बाहर चली गई .उनके इस छक्के को देखकर मैदान में मौजूद हर कोई हैरान रह गया था लेकिन यह तो सिर्फ सूर्या की पारी की शुरुआत थी मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने के लिए तो विराट कोहली मैदान पर आए थे लेकिन विराट कोहली से कहीं अधिक तेजी से सूर्य कुमार यादव खेल रहे थे.
कोहली का अर्धशतक –
अब मैदान पर वह पल आया था जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था . पारी के 16 ओवर में विराट ने 2 रन दौड़ कर अपना अर्धशतक पूरा कर अपने रनो के सूखे को खत्म कर दिया था उन्होंने इसके बाद एक छोटी सी स्माइल देकर दर्शकों और फैंस को अपने फॉर्म में वापसी का इशारा दे दिया .
अंतिम ओवर में सूर्य कुमार का कमाल –
पारी के आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाज हरनूर की शुरुआती 3 गेंदों पर तीन तूफानी छक्के जडकर भारतीय दर्शकों में जोश की लहर दौड़ा दी थी सूर्यकुमार यादव की यह पारी ऐतिहासिक थी सुर्य कुमार ने उस ओवर में कुल 4 छक्के जड कर भारतीय टीम को 192 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य तक पहुंचा दिया था जिसमें उन्होंने 26 गेंदों पर 68 रनों की पारी खेली थी जिसमें उन्होंने छह तूफानी छक्के लगाए थे तो वहीं पर विराट कोहली ने भी 44 गेंदों में 59 रनों की पारी खेली .
भारतीय गेंदबाजों की घातक गेंदबाजी –
भारतीय टीम द्वारा बनाए गए इस पहाड़ का लक्ष्य कोशिश करना हांगकांग के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला था ऐसे में हांगकांग को एक विस्फोटक शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी निज़ाकत खान और यासीन मुर्तजा पर थी .मुर्तजा ने पारी के दूसरे ओवर में अर्शदीप सिंह की 2 गेंदों पर दो चौके जड़कर अपने तेवर भारतीय टीम को दिखा दिए थे लेकिन अर्शदीप सिंह ने भी वापसी करते हुए नजाकत को आवेश खान के हाथों कैच आउट कर हांगकांग को पहला झटका दे दिया था उसके बाद बल्लेबाजी पर उनके सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बाबत हायत मैदान पर आते है और निजाकत खान के साथ पारी को आगे बढ़ाने लगते हैं .
जडेजा की रॉकेट थ्रो –
पावर प्ले के छठे ओवर में 1 रन लेने के चक्कर में दुनिया के सबसे खतरनाक फिल्डर जाडेजा की खतरनाक थ्रो का शिकार हो जाते हैं और अपना विकेट गंवा बैठते हैं.
बाबर की खतरनाक बल्लेबाजी –
उनके आउट होने के बाद किंचित शाह मैदान पर आते हैं और बाबर के साथ हांगकांग की पारी को संभालना शुरू कर देते हैं यह दोनों बेहद ही सभलमा उनकी पारी को आगे बढ़ा रहे थे लेकिन बीच मैं बाबर ने भारतीय गेंदबाजों को दो खतरनाक छक्के लगाए थे लेकिन बाबर का स्ट्राइक रेट इस पारी में बहुत ही कम था.
जाडेजा ने जिताया मैच –
इससे पहले कि बाबर भारतीय टीम के लिए खतरा बनते उन्हें अपने 12 वें ओवर में रविंद्र जाडेजा आवेश खान के हाथों कैच आउट कर हांगकांग की टीम को सबसे बड़ा झटका दे देते हैं .बाबर के आउट होने के बाद हांगकांग की टीम लगभग इस मैच से बाहर हो चुकी थी और पारी के 15 ओवर में आवेश खान ने एजाज खान को आउट रा हांगकांग के इस मैच में हार को लगभग तय कर दिया था लेकिन अभी किंचित मैदान पर खड़े थे लेकिन वह भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और पारी के 18वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार को अपना विकेट दे बैठे .अंत में हांगकांग की टीम ने 20 ओवर खत्म होने तक 152 रन बना लिए थे और भारतीय टीम ने 40 रनों से इस मुकाबले को अपने नाम कर लिया था .
सूर्यकुमार यादव को अपनी इस तूफानी पारी के लिए ‘मैन ऑफ द मैच ‘ के अवार्ड से नवाजा गया .