भारत और जिंबाब्वे के बीच पहले वनडे मैच की शुरुआत हो चुकी है जिसमें भारतीय कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीतकर जिंबाब्वे के बल्लेबाजों को को बैटिंग करने का न्योता दिया था…
भारत के गेंदबाजों ने उम्मीदों के अनुसार ही अपने कप्तान और टीम मैनेजमेंट के इस फैसले को सही साबित करते हुए जिंबाब्वे की बैटिंग लाइन अप को बहुत बुरी तरह से ध्वस्त करना शुरू कर दिया जिंबाब्वे की टीम के 19 ओवर तक ही 5 बल्लेबाज पवेलियन जा चुके थे.
जिंबाब्वे के बल्लेबाज मैदान पर बहुत ही ज्यादा स्ट्रगल कर रहे थे तभी पारी के 20 ओवर में गेंदबाजी करने कुलदीप यादव आते हैं और ओवर की तीसरी गेंद पर उनकी अंदर की ओर स्पिन करती हुई गेंद बल्ले को मिस करते हुए सीधा जिंबाब्वे के कप्तान चकाब्बा के पैड पर जाकर लगती हे जिस पर कप्तान केएल राहुल और गेंदबाज कुलदीप यादव के साथ-साथ पूरी टीम ने बहुत ही जोरदार अपील की जिस पर ग्राउंड अंपायर ने चकाब्बा को आउट दे दिया.
आउट होने पर चकाब्बा ने ग्राउंड एंपायर के इस फैसले को चुनौती देते हुए थर्ड अंपायर के पास भेज दिया थर्ड अंपायर ने जब इसका रीप्ले देखा तो उसमें साफ साफ यह दिखाई दे रहा था कि गेंद बल्ले से बहुत दूर है लेकिन इन सबके बीच चौंकाने वाली बात यह थी ही गेद के बल्ले से इतनी दूर होने के बावजूद स्निकोमीटर पर हरकत दिखाई दे रही थी और शायद इसी बात को मद्देनजर रखते हुए थर्ड अंपायर ने ग्राउंड अंपायर के फैसले को चेंज कर कप्तान चकाब्बा को जीवनदान दे दिया.
उनके इस फैसले पर भारतीय खेमे को जरा भी भरोसा नहीं हो रहा था कि आखिर यह कैसे हो सकता है.