Ranji Trophy: टीम इंडिया के धाकड़ तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने पांच साल बाद फर्स्ट क्लास घरेलू क्रिकेट में वापसी की है भुवनेश्वर कुमार लंबे समय से टीम इंडिया के लिए लाल गेंद क्रिकेट में नहीं खेल रहे थे ऐसे में वापसी के साथ ही भुवी ने एक बार फिर से अपनी दावेदारी को मजबूत कर दिया है उत्तर प्रदेश के लिए रणजी मुकाबले में भुवनेश्वर ने अपनी गेंदबाजी से ऐसा कमाल दिखाया कि सब देखते रह गए हैं यहां तक की अब इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भुवनेश्वर को टीम में मौका देने कि भी मांग बेहद जोरों शोरों से उठनी शुरू हो गई है.
लंबे समय बाद एजेंसी ट्रॉफी में उतरे स्विंग के इस जादूगर गेंदवाज ने बंगाल के खिलाफ मुकाबले में अपनी कातिलाना गेंदबाजी से कहर बरपाते हुए यूपी के लिए पहले दिन पंजा खोल दिया तो दूसरे दिन तो उन्होंने इतिहास को पलटते हुए इतिहास की किताब में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवा दिया आपको बता दें भुवी ने टीम के लिए पहले दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में 13.5 ओवर की गेंदबाजी में सिर्फ 25 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए इस दौरान दौरान उन्होंने तीन मेडन ओवर भी डाले थे.
हालांकि मैच में पहले बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी उत्तर प्रदेश की शुरुआत बहुत ही खराब रही थी और पूरी टीम सिर्फ 60 रन के स्कोर पर ढेर हो गई लेकिन गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार अपने दमदार खेल से यूपी को फिर से वापसी कराने में कामयाब रहे बात करें पहले दिन का खेल खत्म होने तक यूपी के 60 रन के जवाब में बंगाल की टीम 5 विकेट पर 95 रन बना लिए थे इस तरह बंगाल ने यूपी पर 35 रनों की मजबूत बढ़त बना ली थी वहीं खेल को खराब रौशनी के कारण समय से पहले रोक दिया गया था.
तब जाकर बंगाल की क्रिकेट टीम ने राहत की सांस ली थी लेकिन दूसरे दिन भी भुवनेश्वर का जादू सिर चढ़कर बोला और मैदान में उतरते ही उन्होंने बंगाल को ऑल आउट करने का मन बना लिया था और देखते ही देखते बंगाल के 2 और बल्लेबाजों को भुवनेश्वर ने अपनी स्विंग का शिकार बनाया और एक साथ ही 7 विकेट लेकर उन्होंने एक नया इतिहास लिख दिया जी हां बंगाल के ओपनर बल्लेबाजों से लेकर मिडिल ऑर्डर यहां तक की लोअर मिडल ऑर्डर और गेंदबाजों पर भुवनेश्वर कुमार यमराज बनकर टूट पड़े.
बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी जैसे बड़े-बड़े बल्लेबाज भी उनकी लाजवाब गेंदबाजी के आगे ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गए केवल 122 रनों पर ही भुवनेश्वर की बदौलत बंगाल के आठ बल्लेबाज पेवेलियन की शोभा बढ़ाने लौट चले थे उसके बाद भी उनकी लाजवाब गेंदबाजी जारी थी और जिस अंदाज में उन्होंने अपनी गेंदो से तहलका मचाया है अब तो वह टीम इंडिया में जगह किसी भी कीमत पर जगह डिजर्व करते हैं जो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचो में नहीं मिली है यह देखना अपने आप में ही बेहद दुखी लम्हा था क्योंकि भुवनेश्वर को बीती रात रिलीज हुई इंडियन स्क्वाड में मौका नहीं दिया गया उसके तुरंत बाद ही भुवनेश्वर ने अगले दिन एक साथ 7 विकेट लेकर इतिहास लिख दिया.
बात करे लाल गेंद में टीम इंडिया के लिए भुवनेश्वर कुमार की खेलने की तो वह आखिरी बार साल 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैदान पर उतरे थे इसके बाद से ही वह टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं हीं वह आखिरी बार टीम इंडिया के लिए किसी भी फॉर्मेट में 2022 में मैदान पर उतरे थे लेकिन अब अपने लाजवाब प्रदर्शन से उन्होंने न केवल सिलेक्टर्स को मुंह तोड़ जवाब दिया है बल्कि टीम इंडिया के दरवाजे को भी तोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है यानी कि अब टीम में बदलाव कर भुवनेश्वर कुमार को भी बहुत जल्द भारतीय टीम में मौका दिया जा सकता है.