एशिया कप में विश्व विजेता बनने की राह पर निकली भारतीय टीम के लिए बांग्लादेश चुनौती लेकर आई।उनके खिलाफ पारी की शुरुआत करने स्मृति मंधाना के साथ शेफाली वर्मा आई । दूसरे ओवर में ही स्मृति मंधाना ने अपना आक्रामक रूप दिखाते हुए आगे निकल कर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से इतना शानदार चौका जड़ा जिसे देखकर कॉमेंटेटर भी हैरान रह गए । अब स्मृति मंधाना ने अपनी फॉर्म में वापसी की शुरुआत कर दी थी । अगले ओवर में भी उन्होंने अपने पिछले चौके की हाइलाइट दिखाते हुए ठीक उसी प्रकार से खतरनाक चौका लगाकर भारतीय टीम को शानदार शुरुआत दिलाई| दोनों ही ओपनर बल्लेबाज मैदान में पूरी तरह से सेट हो चुकी थी ।चौथे ओवर में स्मृति को देखकर शेफाली वर्मा ने भी अपना एटीट्यूड बयला और ओवर की आखिरी 3 गेंदों पर उन्होंने एक तूफानी छक्का और उसके बाद दो गोली की रफ्तार से तेज तर्रार चौका जडकर भारतीय टीम को एक बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ाना शुरू कर दिया था ।
यह दोनों कहर बनकर गेंदबाजों पर टूट पड़ी थी । पावरप्ले के आखिरी ओवर में तीन चौके लगाकर पावर प्ले में 59 रन बटोर लिए। देखते ही देखते यह दोनों खिलाड़ी अपने तूफानी अर्धशतक की ओर बढ़ रही थी ऐसा लग रहा था कि यह कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है । दोनों के स्कोर के साथ बढ रहे थे जी हां 10 ओवर समाप्त होने के बाद मंधाना और शेफाली वर्मा दोनों 44 के स्कोर पर नाबाद खेल रही थी । भारतीय टीम का स्कोर अब तक 91 रनों के पास चला गया था ।
हालांकि 1 रन लेने के प्रयास में स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के बीच कंफ्यूजन हो गई ।उसका नतीजा यह हुआ कि स्मृति मंधाना रन आउट हो गई । स्मृति मंधाना 38 गेंदों पर 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल कर रन आउट का शिकार हुई । उन्होंने इस पारी में छह चौके लगाए थे । पहला विकेट जाने के बाद शेफाली वर्मा भी ज्यादा देर मैदान पर टिक नहीं पाई ।वह भी 44 गेंदों पर 55 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर एक बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठी । शेफाली वर्मा ने अपनी 55 रनों की पारी में 5 खतरनाक चौके और दो तूफानी छक्के लगाए थे। इन दोनों की ताबड़तोड़ पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने इस मुकाबले में मजबूत पकड़ बना ली थी