पहला मुकाबला रहा था भारत के नाम तो दूसरे में श्रीलंका ने मारी थी बाजी ऐसे में तीसरे और निर्णायक मुकाबले में वापसी का इरादा लेकर उतरी थी ब्लू ब्रिगेड राजकोट के स्टेडियम में कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन शुरुआत बुरे सपने जैसी रही.
पहले ही ओवर में ईशान किशन सस्ते में चलते बने तो दूसरे छोर पर shubman का संघर्ष जारी था, लेकिन अपने दूसरे मुकाबले में ही राहुल त्रिपाठी ने ऐसी लाठी चलाई कि श्रीलंकाई गेंदबाजी तितर-बितर हो गई.. केवल 16 गेंदों में 5 चौके और दो बेहतरीन छक्कों से त्रिपाठी ने ताबड़तोड़ 35 रन ठोक दिए. और पहले 6 ओवरों में भारत को 50 के पार पहुंचा कर त्रिपाठी ने टीम को एक मोमेंटम दिलाई.
हालांकि पावरप्ले खत्म होने से ठीक पहले करुणारत्ने ने त्रिपाठी की धुआंधार पारी का अंत किया लेकिन इसके बाद बल्लेबाजी करने आए सूर्यकुमार यादव ने कुछ ऐसा करिश्मा कर दिखाया कि हर कोई बस मंत्रमुग्ध होकर सूर्या की क्लास को सलाम ठोकता हुआ नजर आया. एक एंड पर गिल एक चोर संभाल रखे थे तो दूसरे छोर से सूर्यकुमार यादव का प्रहार श्रीलंका को तार-तार कर रहा था.
देखते-देखते केवल 26 गेंदों में स्काई ने अर्धशतक ठोका और दिल के साथ मिलकर अगले 9 ओवरों के अंदर 111 रन की साझेदारी निभा डाली. हालाकी गिल अर्धशतक से चूके और Hasaranga ने उन्हें 15वें over में अपना शिकार बनाया. इसके बाद कप्तान हार्दिक पांड्या और दीपक हुड्डा भी सस्ते में पवेलियन लौट गए लेकिन विकेट गिरने के बावजूद सूर्या का अंदाज नहीं बदला वह अपने तरीके से गेंदबाजों की धुनाई करते गए और जैसे खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है वैसे ही इनफॉर्म अक्सर पटेल ने भी sky के साथ मिलकर पार्टी ज्वाइन ही कर ली.
इन दोनों ने आखिरी ओवरों में श्रीलंकाई गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाकर रख दी. एक तरफ सूर्या 360 डिग्री चौक और छक्कों की बरसात करते नजर आए तो दूसरे एंड से अपने होम ग्राउंड पर लोकल ब्वॉय अक्सर ने भी ताबड़तोड़ प्रहार जारी रखा आखिरी ओवरों में सूर्यकुमार यादव ने केवल 45 गेंदों में ही अपने T20 करियर का तीसरा शतक ठोक कर अपने करियर में एक नई उपलब्धि भी दर्ज की जहां भारत के लिए इस फॉर्मेट में तीन शतक लगाने वाले वह रोहित के बाद दूसरे बल्लेबाज बने.
इतना ही नहीं इसी मुकाबले में ओवरऑल खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में सबसे तेज 1500 रन बनाने का करिश्मा भी सूर्यकुमार यादव के नाम दर्ज हो गया अक्सर और स्काई की जोड़ी ने केवल 20 गेंदों में 40 रन की ताबड़तोड़ पार्टनरशिप करके भारतीय टीम को 20 ओवरों में 229 के पहाड़ तक पहुंचा कर पहले ही पारी में जीत लगभग सुनिश्चित कर ली थी.. जहां सूर्यकुमार ने 51 गेंदों में 7 चौके और 9 गगनचुंबी छक्कों की बदौलत नाबाद 112 रन ठोके वही अक्षर पटेल ने भी 9 गेंदों में 21 नाबाद रन जड़ दिए.
230 का लक्ष्य वैसे भी श्रीलंका की पहुंच से काफी दूर नजर आ रहा था हालांकि पहले कुछ ओवरों में निशंका और मेडिस ने 44 की विस्फोटक साझेदारी करके थोड़ा इंटेंट दिखाने का प्रयास जरूर किया लेकिन जैसे ही कप्तान हार्दिक पांड्या ने लोकल ब्वॉय अक्षर पटेल को गेंद थमाई उन्होंने आते ही कुसल मेंडिस को बाहर का रास्ता दिखाकर पहली सफलता दिलाई और अगले ही ओवर में अर्शदीप सिंह ने आखिरकार इस मुकाबले में शानदार वापसी करते हुए निस्संका को पवेलियन की राह दिखाई.
और लगातार अंतराल पर भारत ने दो बड़े झटके दिए इससे पहले कि एक और साझेदारी बनती कप्तान हार्दिक पांड्या ने सामने से जिम्मेदारी संभालते हुए अविष्का फर्नांडो को सस्ते में निपटाया और इसी के साथ केवल 51 रनो पर ही श्रीलंका का टॉप ऑर्डर ध्वस्त हो गया. टीम इंडिया का शिकंजा मुकाबले में कर चुका था हालांकि थोड़ी देर aslanaka और डिसिल्वा ने नतीजे को डालने का प्रयास जरूर किया लेकिन स्टार लेग स्पिनर यूज़वेंद्र चहल की गुगली ने इन दोनों ही बल्लेबाजों को एक के बाद एक पवेलियन का रास्ता दिखाया.
तो जहां हर भारतीय गेंदबाज विकेट कॉलम में अपनी मौजूदगी दर्ज कर रहा था तो ऐसे में भारत के रफ्तार के सौदागर umran मलिक कैसे पीछे रह जाते. Umran ने भी अपनी रफ्तार से हसारंगा और तीक्ष्णा को गिरफ्तार किया, तो वहीं कप्तान हार्दिक पांड्या ने करुणारत्ने को खाता खोलने का भी मौका नहीं दिया रही सही कसर अर्शदीप सिंह ने विपक्षी कप्तान शनाका का विकेट लेकर पूरा कर दिया. और इस तरह 230 का पहाड़ चढ़ने के प्रयास में श्रीलंका बुरी तरह फिसल गया.
भारतीय गेंदबाजी के सामने एशियन चैंपियंस मात्र 137 रनों पर ढेर हो गई और इस तरह टीम इंडिया ने 91 रनों के बड़े अंतर से मुकाबला जीतकर 2-1 से सीरीज को अपने नाम किया और यंगिस्तान ने एक स्वैग के साथ साल का दमदार आगाज कर दिया है. जहां भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने दमदार वापसी करते हुए केवल 20 रन देकर तीन विकेट झटके तो वही हार्दिक पंड्या उमरान और यूज़वेंद्र चहल में दो-दो सफलता हासिल की जबकि अक्षर पटेल ने भी एक शिकार को अपने नाम किया.