GT vs KKR: अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में लॉर्ड रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिया है जिसे आज तक क्रिकेट फील्ड पर होते हुए नहीं देखा गया. आखरी ओवर में अगर जीत के लिए किसी टीम को 29 रन चाहिए हो तो शायद 10 में से 10 बार गेंदबाजी करने वाली टीम मुकाबला अपने नाम कर जाती है, लेकिन अहमदाबाद के मैदान पर रिंकू सिंह ने एक ऐसा चमत्कार किया जिसे जानकर आप भी अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पाएंगे. तो आइए आपको बताते हैं गुजरात के खिलाफ कैसे एक आखरी ओवर में एक नामुमकिन से कार्य को रिंकू सिंह ने मुमकिन बनाकर एक ऐसी कहानी लिखी है जो अब इतिहास के पन्नों में अमर होकर रह जाएगी.
अहमदाबाद के मैदान पर गुजरात टाइटंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच एक बेहद ही शानदार मुकाबला खेला गया. मेजबान गुजरात के लिए इस मुकाबले में कप्तानी कर रहे राशिद खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और इसके बाद शानदार अंदाज में टाइटंस ने बोर्ड पर 200 से ऊपर का स्कोर खड़ा कर दिया. गुजरात के लिए साईं सुदर्शन ने लगातार दूसरे मुकाबले में अर्धशतक लगाया, और फिर आखिर में विजय शंकर ने निचले क्रम में आकर केवल 24 गेंदों में 63 रनों की धुआंधार पारी खेली. जिसके चलते कोलकाता नाइट राइडर्स के सामने बोर्ड पर 205 रनों का पहाड़ खड़ा हो गया था.
KKR की ख़राब शुरुआत
205 के जवाब में केकेआर की शुरुआत बेहद खराब रही थी और केवल 28 रनों के अंदर उनके दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे, ऐसे में यहां से केकेआर के लिए लक्ष्य तक पहुंच पाना मुमकिन नजर नहीं आ रहा था, लेकिन तभी कोलकाता ने एक मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए तीसरे नंबर पर इंपैक्ट प्लेयर के रूप में वेंकटेश अय्यर को भेजा. अचानक से मुकाबले ने करवट ली. लंबे अरसे बाद वेंकटेश के बल्ले से रनों की बारिश देखने को मिली, चौकों और छक्कों की बरसात करके इस बल्लेबाज ने लगभग केकेआर के लिए एक नामुमकिन से कार्य को मुमकिन बना दिया.
वेंकटेश-नितीश राणा ने संभाली पारी
40 गेंदों में आठ चौके और 5 छक्कों की मदद से वेंकटेश ने 83 रन बनाए और उन्होंने नीतीश राणा के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 100 रनों की धुआंधार साझेदारी कर डाली. जिसके चलते अचानक से मुकाबला कोलकाता की पकड़ में नजर आने लगा, लेकिन जैसे ही अलजारी जोसेफ ने 14वें ओवर में नितीश राणा और फिर अगले ओवर में वेंकटेश अय्यर को चलता किया यहां से केकेआर की गाड़ी डगमगाई. फिर आया राशिद खान का एक ऐसा करामात जिसने टाइटंस की जीत लगभग सुनुश्चित कर दी थी.
राशिद ने ली हैट्रिक
17वें ओवर में आंद्रे रसैल के लिए गेंदबाजी करने राशिद खान पहुंचे और उन्होंने पहले ही गेंद पर रसेल को बाहर भेजा, अगले गेंद पर नारायण की बारी थी और फिर तीसरे गेंद पर पिछले मैच के हीरो शार्दुल ठाकुर राशिद खान के जाल में फंसे, और इसी के साथ अफगानिस्तान के स्टार लेग स्पिनर ने गुजरात टाइटंस के लिए इस मुकाबले में कप्तानी करते हुए हैट्रिक निकाली.
रिंकू ने 5 गेंदों में ठोके 5 छक्के
राशिद के सिर्फ 3 गेंदों ने वेंकटेश अय्यर द्वारा की गई सारी मेहनत पर पानी फेर दिया था और सभी ने यह सोच लिया था कि इस मुकाबले में अब कोई जान नहीं बची है, लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स और रिंकू सिंह ने इतनी जल्दी हथियार नहीं डाले. रिंकू सिंह केकेआर के लिए आखिरी ओवर तक डटे रहे. आखरी छह गेंदों में कोलकाता जीत पर फिर भी 29 रन दूर था यानी इस ओवर में उन्हें मुकाबला जीतने के लिए 5 छक्कों की जरूरत थी.
पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लेकर रिंकू को स्ट्राइक दी और उसके बाद जो हुआ उसे युवा यश दयाल अपने आने वाले सालों तक शायद ही भुला पाएंगे. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के खिलाफ रिंकू ने एक नहीं दो नहीं तीन नहीं बल्कि लगातार पांच छक्के जड़कर एक ऐसा चमत्कार किया जिसे वर्षों तक क्रिकेट इतिहास में याद रखा जाएगा. 21 गेंदों में 6 छक्के और 48 नाबाद रनों के साथ रिंकू ने केकेआर को एक चमत्कारी तरीके से 3 विकेट से जीत दिला कर गुजरात टाइटंस जैसी चैंपियन साइड को उन्हीं की कड़वी दवाई का एहसास कराया.