जहां एक तरफ टीम इंडिया इंग्लैंड के साथ घरेलू मैदान पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है जिसका पहला मुकाबला हैदराबाद के मैदान पर इंग्लैंड ने टीम इंडिया से 28 रनों की जीत लिया था तो वहीं दूसरा मुकाबला विशाखापट्टनम के मैदान पर भारतीय टीम ने शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 106 रनों से करारी धूल का स्वाद चखाया था दोनों टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल रहा है अब तीसरा मुकाबला सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन राजकोट के मैदान पर 15 फरवरी को खेला जाना है इस मुकाबले के लिए हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है दोनों टीम में राजकोट पहुंच चुकी है मैदान में प्रैक्टिस कर रही हैं लेकिन इसी दरमियान टीम इंडिया पर एक बहुत बड़ा संकट छा गया है भारतीय टीम में मातम फैल चुका है बीसीसीआई के भी रोंगटे खड़े हो गए हैं
आपको बता दे भारतीय क्रिकेट इतिहास के लिए मंगलवार 13 फरवरी का दिन काफी दुखद रहा। देश के लिए 11 टेस्ट मैच खेल चुके दिग्गज क्रिकेटर ने दुनिया को अलविदा कह दिया। 1959 में इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की कप्तानी कर चुके दत्ताजीराओ गायकवाड़ का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। वह भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर भी रहे थे। वहीं उनकी कप्तानी में 1957-58 में बड़ौदा की टीम ने भी रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था। उनके निधन पर बीसीसीआई ने दुख भी जताया। बोर्ड ने एक्स पर उनकी फोटो के साथ शोक व्यक्त किया।
बोर्ड ने अपने पोस्ट में लिखा कि बीसीसीआई दत्ताजीराओ गायकवाड़ के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करता है। बोर्ड की तरफ से उनके परिवार, उनके मित्र और सभी करीबियों के लिए गहरी संवेदनाएं। आपको बता दें कि वह भारत के लिए खेलने वाले एक और क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ के पिता भी थे। उन्होंने 1952 में डेब्यू किया था और बड़ौदा की रॉयल फैमिली से वह आते थे। 1961 में दत्ताजी ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। उनके निधन पर कई लोगों ने शोक व्यक्त किया है।
The BCCI expresses its profound grief at the passing away of Dattajirao Gaekwad, former India captain and India’s oldest Test cricketer. He played in 11 Tests and led the team during India’s Tour of England in 1959. Under his captaincy, Baroda also won the Ranji Trophy in the… pic.twitter.com/HSUArGrjDF
— BCCI (@BCCI) February 13, 2024
दत्ताजीराव का इंटरनेशनल करियर कुछ ऐसा रहा कि 11 टेस्ट मैच में उन्होंने 350 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्धशतक निकला। 52 उनका बेस्ट स्कोर था। इंग्लैंड के खिलाफ 1959 के दौरे पर उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी की थी। जबकि उनका फर्स्ट क्लास करियर इसके एकदम विपरीत रहा। दत्ताजीराओ ने 110 मुकाबलों में 5788 रन बनाए। उनके नाम फर्स्ट क्लास में 17 शतक और 23 अर्धशतक दर्ज हैं। उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 249 रन रहा। जबकि फर्स्ट क्लास में बॉलिंग करते हुए भी उन्होंने 25 विकेट अपने नाम किए।
Sad to hear that Dattajirao Gaekwad, India’s oldest living Test cricketer is no more. He represented #TeamIndia in 11 matches & captained the 1959 England tour. He also led Baroda to their 1st #RanjiTrophy victory in 1958. My sincere condolences to his family. @gaeky @BCCI pic.twitter.com/YYg6XUoRoH
— Parimal Nathwani (@mpparimal) February 13, 2024
लेकिन दोस्तों इन बड़े दिग्गज खिलाड़ी के जाने की वजह से पूरे क्रिकेट जगत में शो का माहौल छा गया है वही हिंदुस्तान में तो मातम फैला हुआ है टीम इंडिया बहुत निराशा है बीसीसीआई भी इस खबर से बहुत बेहद निराश हो चुकी है