पाकिस्तान इस घमंड में था कि उनकी धरती पर टीम इंडिया एशिया कप खेलने जाएगी लेकिन जय शाह ने अपने एक बयान से पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड के सपने को चकनाचूर कर दिया और गुस्से में लाल पीसीबी ने भारत को धमकी तक दे दी उनके धमकी के बाद मोदी सरकार ने भी इस मामले में एंट्री ली…
दोस्तों जब सौरव गांगुली की बीसीसीआई से विदाई हुई और रोजर बिन्नी (Roger Binny) को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया प्रेसिडेंट बनाया गया उसी वक्त भारतीय क्रिकेट में एक नई पारी की शुरुआत हुई बीसीसीआई के सेक्रेटरी अभी भी जय शाह (Jay Shah) ही है 18 अक्टूबर को बीसीसीआई का नया पैनल बना जिसमें प्रेसिडेंट बने रोजर बिन्नी और सेक्रेटरी जय शाह इसके तुरंत बाद ही जय शाह ने बयान दिया कि अगले साल टीम इंडिया-पाकिस्तान नहीं जाएगी और एशिया कप किसी न्यूट्रल वेन्यू पर कराया जाएगा जैसे ही यह खबर सामने आई पूरे पाकिस्तान में जैसे मातम का माहौल छा गया पाकिस्तानी क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अपना आपा खो बैठा और उन्होंने टीम इंडिया को धमकी देने का मन बना लिया.
रमीज राजा ने तुरंत मीटिंग बुलाई और भारत को धमकी देते हुए कहा कि यदि वह पाकिस्तान नहीं आएंगे तो उनकी टीम भी अगले साल वनडे विश्वकप खेलने भारत नहीं जाएगा मिर्ची लगने के बाद रमीज राजा का यह बयान क्रिकेट जगत में कोहराम मचा रहा है हर तरफ केवल इसी बात की चर्चा हो रही है कि आखिर उन्हें हो क्या गया है वह इतना बेतुका बयान कैसे दे सकते हैं प्रेस रिलीज करके भी पीसीबी ने इस बात की जानकारी दी कि अगर भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं आएगी तो उनकी टीम भी अगले साल होने वाले विश्व कप में नहीं जाने वाली.
दोस्तों आपको बता दें बीसीसीआई एजीएम जय शाह के बयान ने खूब सुर्खियां बटोरी जहां उन्होंने सीधे तौर पर कहा 2023 में होने वाले एशिया कप किसी और वेन्यू पर शिफ्ट किया जाएगा फिलहाल हम वहां नहीं जा सकते और वह यहां नहीं आ सकते इससे पहले भी एशिया कप न्यूट्रल वेन्यू पर ही खेला गया बीसीसीआई सेक्रेट्री के इस बयान को भारत में खूब समर्थन मिला लोगों को उनका सपोर्ट मिला लेकिन हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की आवाम उन पर बुरी तरीके से भड़क गई यहां तक कि पीसीबी ने भी कड़ा रुख अपना लिया अब हम आपको बताते हैं की बीसीसीआई सेक्रेट्री जय शाह ने ऐसा बयान क्यों दिया दरअसल 2008 में जब मुंबई पर पाकिस्तानी आतंकियों ने अटैक किया था उसके बाद से टीम इंडिया कभी भी पाकिस्तान के दौरे पर हैं हालांकि 2012-13 में पाकिस्तान जरूर भारत आया था जहां T20 की सीरीज 1-1 की बराबरी पर रही और ओडीआई श्रृंखला को पाकिस्तान ने 2-1 से जीत लिया था लेकिन उस सीरीज के बाद दोनों ही टीमों के बीच कभी भी द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं हो पाई.
भारतीय सरकार भी नहीं चाहती है कि टीम इंडिया पाकिस्तान जाए और बीसीसीआई भी इस बात को अच्छी तरीके से समझता है और यही बड़ी वजह है कि बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने सीधे तौर पर पाकिस्तान जाने से मना किया अब यह मुद्दा राजनीतिक भी हो गया है जहां पर अब मोदी सरकार ने भी इंट्री मार लिया दरअसल बीजेपी के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बयान देते हुए कहा है कि “आतंकवाद के साए में क्रिकेट नहीं खेला जा सकता और हमारी टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी.” पीसीबी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए अनुराग ठाकुर का यह बयान क्रिकेट जगत की नई सनसनी बन गया है आपको बता दें यदि पाकिस्तान अगले साल विश्व कप खेलने भारत नहीं आता है तो इसमें उनका बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है क्योंकि इस वक्त भारत दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और आईसीसी को 90 फ़ीसदी फंडिंग बीसीसीआई ही करता है वैसे दोस्तों कुल मिलाकर बोर्ड सचिव के एक बयान से भारत और पाकिस्तान क्रिकेट के बीच टकराव की स्थिति आ गई है और हाल फिलहाल तो यह विवाद थमता नजर नहीं आ रहा.