हार्दिक की सीख से अंतिम गेंद पर अक्षर पटेल ने पलट दिया पूरा मैच।2 गेंदों पर चाहिए थे 5 रन तब हार्दिक ने अक्षर पटेल से बातचीत की।क्या कहा था हार्दिक ने यह अभी भी सबसे बड़ा सवाल है।
भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में हार्दिक की कप्तानी एक्स फैक्टर बनकर उभरी है।भारतीय टीम ने अक्षर पटेल के साथ दीपक हुड्डा की अंत में बेहतरीन पारियों की बदौलत 163 रन का लक्ष्य श्रीलंका को दिया था I दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हुए हार्दिक ने इतना खतरनाक मास्टर प्लान बनाया कि उनके गेंदबाजी बदलाव के सामने लंका के 8 विकेट 19वें ओवर तक ढह गए थे। अंतिम ओवर में जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी। यहां पर टीम इंडिया फंसी हुई थी क्योंकि लंका बड़ी ही आसानी से मुकाबला जीत सकती थी।
तब हार्दिक पांड्या ने दिखाई अपनी चालाकी जहां वह खुद ही गेंदबाजी कर सकते थे तो वहीं उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी का रास्ता अपनाते हुए अक्षर पटेल को गेंद सौंप दी।दबाव में आकर अच्छा उसने पहली गेंद वाइड कर दी।2 गेंदों पर 1 छक्का भी जड़ दिया।भारतीय टीम लगभग यह मुकाबला हार चुकी थी।करुणारत्ने ने अक्षर पटेल को छक्का जड़कर मुकाबले को पलटना चाहा उस वक्त हार्दिक पांड्या कप्तान होने के नाते खुद अक्षर पटेल के पास जाते हैं और उनसे बातचीत करते हैं।
इतना ही नहीं बता दे वह इशान किशन को भी अपने पास बुलाकर उनसे पिच और स्थिति का मुआयना करते हैं। उसके बाद ही खेल दोबारा शुरू होता है हार्दिक ने इस तरीके से श्रीलंका पर मानसिक दबाव बनाया। जिसका नतीजा यह हुआ कि अगली ही गेंद पर लंका का एक बल्लेबाज रन आउट हो गया तो फिर आखिरी गेंद पर 4 रन बनाने थे जो श्रीलंका नहीं बना पाई।अच्छा पटेल ने हार्दिक की सीख मान कर भारतीय टीम को आखिरी दो गेंदों पर ऐतिहासिक जीत दिला दी।