IND vs AFG 3rd T20: 2-0 से T20 सीरीज पर कब्जा जमाने वाली टीम इंडिया बेंगलुरु के मैदान पर बुरी तरीके से बिखर चुकी थी कप्तान रोहित ने टोस जीर का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन यह अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मरने के समान साबित हुआ क्योंकि यशस्वी से लेकर खुद विराट कोहली दुबे से लेकर संजू सैमसन कोई खिलाड़ी 5 रनों का आंकड़ा भी नहीं छुपाया यहां तक की कोहली और संजू को तो खाता भी खोलने का मौका नहीं मिला चार विकेट केवल 20 रनों पर गिरने के बाद अब केवल रोहित शर्मा और रिंकू सिंह की जोड़ी हमारी आखिरी उम्मीद बनकर मौजूद थी लेकिन तभी कुछ ऐसा हो गया जिसने हर किसी को भारत के महानतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की याद दिला दी.
जी हां आपको बता दे यह वाक्या है पारी के नवे ओवर का गेंदबाजी कर रहे थे अफगानिस्तान के नए नवेले स्पिन जादूगर काश अहमद, तीसरी गेंद पर उन्होंने रिंकू सिंह को अपने जाल में फंसा लिया उनकी गेंद बहुत ज्यादा स्पिन हुई और सीधा जाकर रिंकू के पैड पर लगी अफगानी खिलाड़ियों ने विकेट के लिए जोरदार अपील की और अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने रिंकू को आउट भी करार दे दिया इसके बाद तो पूरे स्टेडियम में पिन ड्रॉप साइलेंस था तो वही अफगानी खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं था वह तो जशन में डूब गए थे और खुशी से उछलते हुए कूदते हुए उनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो रिंकू को गाली तक दे डाली थी.
उनका यह सेलिब्रेशन और उनकी बदतमीजी देखकर तो हर कोई हैरान रह गया था यहां तक की रिंकू ने इसका विरोध भी किया और अंपायर से शिकायत भी कर दी लेकिन अभी तो रिंकू असली चमत्कार दिखाने वाले थे उन्होंने तुरंत अंपायर के फैसले का विरोध करते हुए रोहित शर्मा को मनाया और इस पर रिव्यू लेने की अपील कर दी अंपायर ने उनकी बात मानी और फैसला थर्ड अंपायर के पास जा पहुंचा हालांकि उम्मीदें बहुत कम थी कि रिंकू बच पाएंगे रोहित ने भी उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन तभी बड़ी स्क्रीन पर कुछ ऐसा देखने को मिला कि हर किसी की बोलती बंद हो गई.
जी हां दोस्तों जब थर्ड अंपायर ने रिव्यू में देखा तो गेंद पैड में लगने से पहले रिंकू के बल्ले में लग चुकी थी जी हां उस गेंद का संपर्क रिंकू के बैट से हुआ था और बैट का इनर एज लगने के कारण रिंकू को एल बी डब्लू नहीं दिया जा सकता था यानी कि ग्राउंड अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ गया जैसे ही यह हुआ मानो पूरा स्टेडियम खुशी से झूम उठा रोहित से लेकर रिंकू के चेहरे पर मुस्कान आ गई और जिस तरीके से रिंकू ने चालाकि और समझदारी दिखाते हुए अंपायर के फैसले को पलटा था सच में हर किसी को महेन्द्र सिंह धोनी की याद आ गई क्योंकि वह भी ऐसे ही नामुमकिन से फैसलों को अपनी चालाकी से बदलवा दिया करते थे और एक बार फिर रिंकू ने उन्हें की तरह रिव्यू का इस्तेमाल करते हुए उन्हें के पद चिन्हो पर चलने का ऐलान किया.
तो केवल इतना ही नहीं उन्होंने अफगानी खिलाड़ियों से अपनी बदतमीजी का बदला भी ले लिया था जिन्होंने रिंकू के विकेट पर जस्न मनाते हुए सोच लिया था कि अब तो उन्हें सुनहरा मौका मिला है लेकिन रिंकू ने न केवल अपना विकेट बचाया बल्कि उसके बाद तो बेरहमी से अफगानिस्तान के गेंदबाजों की कुटाई करते हुए उन्होंने अफ़गानियों के चेहरे से सारी मुस्कान छीन ली थी और दिखाया कि बदला लेना किसे कहते हैं.