MS Dhoni: जानिए कौन हैं वह लड़की जिसकी वजह से धोनी बने क्रिकेटर, आज भी धोनी करते हैं उसे धन्यवाद !

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MS Dhoni: T-20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011, चैंपियंस ट्रॉफी 2013… फिर 5 आईपीएल ट्रॉफी धोनी की महानता में एक के बाद एक करिश्माई फेदर लगते जा रहे हैं उन पर फिल्म भी बन चुके हैं उनकी दीवानगी ऐसी है कि हर रिकॉर्ड उनके चाहने वालों की जुबां पर याद है धोनी संन्यास के बाद भी अपनी लोकप्रियता को बरकरार रखे हुए हैं आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सालाना लगभग 50 करोड़ रुपये कमाते हैं आज धोनी जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचना हर किसी का सपना होता है वह करोड़ों लोगों की प्रेरणा है हालांकि धोनी की प्रेरणा तो असल में कोई और ही है जिन्होंने बचपन से लेकर आज तक माही के हर सुख दुख में उनके क्रिकेटर बनने के सफर में चट्टान की तरह डट कर उनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया

जी हां मैचों के दौरान वीआईपी बॉक्स में वाइफ साक्षी और बिटिया जीवा को तो देखने की फैंस को आदत सी हो गई, लेकिन धोनी का परिवार यहीं तक सीमित नहीं है कैप्टन कूल’ की शानदार सफलता के पीछे उनकी बड़ी बहन जयंती गुप्ता की अहम भूमिका है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि धोनी एक मध्यमवर्गीय पारिवार से बिलॉन्ग करते थे उनके पिता एक मध्यम स्तर की सरकारी नौकरी करते थे जयंती गुप्ता, पान सिंह धोनी और देवकी देवी की सबसे बड़ी संतान हैं और माना जाता है कि वह टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धोनी से से 3-4 साल बड़ी हैं शुरुआत से ही जयंती ने अपने छोटे भाई माही को अथाह सपोर्ट दिया, जब महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेटर बनने और ब्लू जर्सी पहनने की इच्छा जाहिर की तो वह जयंती ही थीं, जिन्होंने उन्हें प्रोत्साहित किया और तब भी स्टैंड लिया जब उनके पिता इस फैसले के खिलाफ थे

आज भले ही धोनी को दुनिया पहचानती है और वह विश्व के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर्स में से एक हैं, उनकी कुल संपत्ति हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा है, लेकिन जयंती लो प्रोफाइल रहती हैं वह मीडिया से दूर रहने की कोशिश करती हैं जयंती वर्तमान में झारखंड के रांची में एक पब्लिक स्कूल में इंग्लिश टीचर हैं .. आपको शायद ही पता होगा कि जयंती की शादी गौतम गुप्ता नामक जिस शख्स से हुई है, वह धोनी के सबसे पुराने और करीबी दोस्तों में से एक हैं.. गौतम गुप्ता ने भी धोनी की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके करियर के शुरुआत में राज्य और जिला खिलाड़ी के रूप में उनकी सहायता की धोनी की बायोपिक में भी बहन जयंती और बहनोई गौरव गुप्ता का जिक्र मिलता है जो धोनी की सफलता पर खुशी से तालियां बजाते और आंखों में आंसू लिए नजर आते हैं

जहां आज धोनि पर उनके परिवार को ही नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व है लेकिन अपने भाई के इतने बड़े खिलाड़ी होने के बावजूद भी जिस सादगी से बह अपना जीवन बिताती है वह काबिले तारीफ है

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