IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मुकाबला राजकोट के मैदान पर खेला जा रहा था इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के सामने 445 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी जिसके जवाब में उतरी इंग्लैंड की टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 35 ओवर खेल कर 207 रन 2 विकेट के नुकसान पर बना लिए थे जो रूट 9 बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे तो वहीं बेन डकेट 133 रन बनाकर खेल रहे थे तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो भारत के सबसे खतरनाक स्पिनर गेंदबाज रविचंद्र अश्विन मैदान पर नहीं उतरे क्योंकि वह परिवार में फैमिली इमरजेंसी के कारण वह टीम को छोड़कर घर चले गए ऐसे में अश्विन के बगैर टीम इंडिया 10 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरी.
लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह थी कि आखिर क्यों इंडिया के सभी खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरे हैं भारतीय फैंस के मन में डर इसलिए भी था क्योंकि रविचंद्रन अश्विन की मां की हालत गंभीर थी तभी वह अपनी मां के साथ रहने के लिए रातों-रात टीम इंडिया का साथ छोड़ गए थे ऐसे अंदेशे लगने शुरू हो गए की क्या उनके मन के साथ कोई अनहोनी हो गई है क्या अश्विन के सिर पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है लेकिन अब इससे जुड़ी सबसे बड़ी सच्चाई सामने आई है.
भारतीय खिलाड़ियों ने पूर्व कप्तान दत्ताजीराव गायकवाड़ की याद में काली पट्टी बांधी. 95 वर्षीय दत्ताजीराव गायकवाड़ का हाल ही में निधन हुआ था. अंशूमन गायकवाड़ के पिता दत्ताजीराव ने 1952 से 1961 के बीच 11 टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में वो चार मैचों में भारतीय टीम के कप्तान भी रहे. दाएं हाथ के बल्लेबाज दत्ताजीराव ने 18.42 की औसत से 350 रन बनाए.
#TeamIndia will be wearing black arm bands in memory of Dattajirao Gaekwad, former India captain and India’s oldest Test cricketer who passed away recently.#INDvENG | @IDFCFIRSTBank
— BCCI (@BCCI) February 17, 2024
दत्ताजीराव गायकवाड़ अपने बेहतरीन डिफेंस और ड्राइव खेलने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन एक शानदार फील्डर के रूप में भी उन्होंने अपनी बेहतरीन पहचान बनाई. 1952 में विजय हजारे की कप्तानी में गायकवाड़ ने डेब्यू किया. यह भारत का आजादी के बाद इंग्लैंड का पहला दौरा था.