Indian team five blunder: भारत और वेस्टइंडीज के बीच मुकाबले की शुरुआत हुई और टॉस वेस्टइंडीज ने जीता और भारत को पहले गेंदबाजी करने को कहा, और वेस्टइंडीज के इस न्योते को स्वीकारते हुए भारतीय गेंदबाज मैदान पर आए और गेंदबाजी करनी शुरू की और लाजवाब गेंदबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को निर्धारित ओवर में 149 रन पर रोकने में कामयाबी हासिल कर ली यहां तक तो सब ठीक ही चल रहा था लेकिन तभी भारतीय टीम की बल्लेबाजी आती है और हार का सारा सिलसिला यहीं से शुरू होता है।

हार का पहला कारण भारतीय बल्लेबाजी के ओपनर्स का फ्लॉप होना था, आपको बता दे की जिस तरह से बल्लेबाजी की उम्मीद भारतीय टीम ने अपने ओपनर्स से की थी, उस उम्मीदों पर खड़े उतरने में एक नही बल्कि दोनो ही बल्लेबाज नाकाम रही और मात्र 28 रन पर ही आउट होकर भारतीय टीम को मुश्किल में डाल दिया और हार की पटकथा लिख डाली आपको बता दे की शुभमन गिल का बल्ला एक फिर रन बनाने में नाकाम रहा और मात्र 3 रन बनाने में कामयाब रहा, वहीं दूसरे ओपनर ईशान किशन ने वनडे में तो बेहतरीन बल्लेबाजी की मगर t 20 के पहले मैच में मात्र 6 रन बनाने में कामयाब में कामयाबी हासिल की, और यहीं से हमे अपना दूसरा कारण मिलता है।

हार का दूसरा कारण ओपनर के तौर पर यशश्वी जयसवाल के ऊपर भारतीय टीम का भरोसा नहीं जताना रहा, जैसा की हम जानते है इस बल्लेबाज ने टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी की थी और थोड़ा और पीछे जाएं तो इस बल्लेबाज ने आईपीएल में भी लाजवाब बल्लेबाजी की थी और यही कारण था की t 20 में इस खिलाड़ी को मौका मिला था लेकिन इसके बाबजूद भी इस बल्लेबाज को मौका नहीं देना और ईशान से ओपनिंग करवाना भारतीय टीम को भारी पड़ा और ओपनिंग जोड़ी के फ्लॉप होने के कारण मिडिल ऑर्डर पर अतरिक्त दबाव बना जिसके कारण भारतीय बल्लेबाजी ढेर हो गई।

भारतीय टीम से तीसरी गलती जो हुई वो थी संजू को 6 नंबर पर बल्लेबाजी करवानी रही, जैसा की हमने पहले भी आईपीएल या फिर t 20 में देखा है की संजू तीसरे या चौथे स्थान पर बल्लेबाजी करते आए है, ऐसे में इस मुकाबले में तीसरे पर सूर्या कुमार यादव और चौथे पर तिलक वर्मा को बल्लेबाजी करवा संजू सैमसन को 6 नंबर बल्लेबाजी करवाना किसी को समझ में नहीं आई और 6 नंबर पर बल्लेबाजी कर पाने में यह बल्लेबाज भी सहज नजर नहीं आया और आखिरकार ऐन मौके पर रन आउट हो कर वापस पैवेलियन लौट गए और भारत को हार का सामना करना पड़ा, अगर कप्तान चाहते तो खुद संजू के जगह बल्लेबाजी करने आए सकते थे और उनसे ऊपर बल्लेबाजी करवा सकते थे और अगर ऐसा होता तो भारतीय टीम की इस परिस्थिति में नहीं होता।

वहीं चौथी गलती सिलेक्टर्स से हुई, जिन्होंने सिरे से सभी सीनियर खिलाड़ी विराट और रोहित को t 20 टीम से ही बाहर कर दिया और उनकी जगह पूरी तरह से नए खिलाड़ी को मौका दे डाला, इस परिस्थिति में अगर ये दोनो बल्लेबाज होते तो कहीं भारतीय टीम जीत भी सकती थी, ऐसे में आपको बता दे की इन दोनो बल्लेबाजों को पिछले एक साल से एक भी t 20 मैच खेलने का मौका सिलेक्टर्स ने नही दिया ऐसे में नए खिलाड़ियों से क्या भारतीय टीम मैनेजमेंट 2024 के वर्ल्ड कप की जीत उम्मीद कर रही है तो ऐसे में उनको ये रिजल्ट जरूर देखना चाहिए ताकि आगे सुधार की गुंजाइश रहे।

बात पांचवें कारण की करें तो कप्तान हार्दिक इस स्थान पर फिट बैठते है, पहले टीम का गलत सिलेक्शन करना फिर बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे युजवेंद्र चहल को अचानक से गेंदबाजी करने से रोक देना और फिर गलत स्पॉट पर गलत खिलाड़ी को बल्लेबाजी करने के भेजना अगर हार्दिक चाहते तो इससे बच सकते थे और भारतीय टीम जीत सकती थी, लेकिन इसके बाबजूद भी यह देखना दिलचस्प होगा की क्या हार्दिक अपनी इन गलियों से कुछ सीख पाते है की नही जैसा उन्होंने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान भी कहा है।

ये भी पढ़े: Last over thriller: आखरी 6 गेंदों पर चाहिए 10 रन फिर एक गलती से जीता मैच हरा भारत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here