IND vs ENG: तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन ही राजकोट का स्टेडियम इंडिया इंडिया के नारों से उस वक्त गूंज उठा जब भारत ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 434 रन से हरा दिया है राजकोट में खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड को 557 रन का लक्ष्य मिला था जवाब में इंग्लैंड की टीम 122 रन पर सिमट गई वह तो पूरे दो सेशन भी बैटिंग नहीं कर पाए मार्क वुड को छोड़कर इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज 20 का आंकड़ा भी नहीं छू सका, भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट झटके और एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा दुनिया में बनवाया जिसके दम पर भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है
इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा मैच जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सभी खिलाड़ियों की तारीफ की. लेकिन यशस्वी जायसवाल, रवींद्र जडेजा और सरफराज खान की खास तारीफ करते हुए उन्होंने कहा,
“जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो आप इसे दो या तीन दिन में नहीं खेलते हैं. आपको पांच दिनों तक खेल में बने रहना होता है. उन्होंने अच्छे शॉट खेले और हमें दबाव में रखा, लेकिन जहां तक गेंदबाजी का सवाल है, हमारी टीम में क्लास है. तो जाहिर है संदेश शांत रहने का था. उस समय शांत रहना महत्वपूर्ण है, नहीं तो मैच में अपने प्लान से भटक जाते.
हम तीसरे दिन अपनी योजनाओं पर कायम रहे और जब ये चीजें होती हैं तो बहुत अच्छा होता है. लेकिन मैंने उनके (यशस्वी) बारे में बहुत कुछ बोला है, विजाग में भी, चेंजरूम के बाहर के लोगों ने भी बोला है. मैं उनके बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता, उन्होंने अपने करियर की शानदार शुरुआत की है, मैं चाहता हूं कि वह ऐसा करें इसे जारी रखें, हाँ वह एक अच्छा खिलाड़ी दिखता है.”
साथ ही डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान को लेकर भारतीय कप्तान रोहित ने कहा- “हम उनकी (सरफराज खान) काबिलियत जानते हैं, हम चाहते थे कि उन्हें बल्लेबाजी के लिए आने से पहले कुछ समय मिले. हमने देखा कि वह बल्ले से क्या कर सकता है। किसी भी तरह से यह बल्लेबाजी क्रम के साथ लंबे समय के लिए योजना नहीं है, हम उस टेस्ट मैच के लिए जो सही है उस प्लान के साथ चलते हैं। इसमें यह गणना करना भी शामिल है कि विरोधी गेंदबाजों का प्लान क्या है.”
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टीम के गेंदबाजों की तारीफ करते हुए आगे कहा- “गेंदबाजों ने बहुत जज्बा दिखाया. यह मत भूलो कि हमारे पास अपना सबसे अनुभवी गेंदबाज भी नहीं था. गेंदबाजों को देखकर गर्व महसूस हुआ. फिर हमारी दूसरी पारी में, हमें पता था कि आधा काम हो चुका है.”